वंदना सभा में शैक्षिक प्रयोग
वंदना सभा में कक्षानुसार गतिविधि -शैक्षिक प्रयोग
वंदना सभा में कक्षानुसार गतिविधि संबंधी प्रयोग
वंदना सभा किसी भी विद्यालय का एक ऐसा दर्पण है जो उस
विद्यालय के भौतिक, सामाजिक, मानसिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वातावरण का साफ़ एवं स्पष्ट चित्र दर्शाता है।
विद्यालय के दैनिक जीवन में अनुशासन व एकरूपता का प्रथम पाठ वंदना सभा से ही
प्रारंभ होता है। विद्यालय में वंदना सभा में होने वाली नियमित गतिविधियों के
अतिरिक्त अन्य विशेष प्रयोग किए जाने चाहिए । इसके तहत साप्ताहिक व्यवस्था के
अनुसार प्रतिदिन एक कक्षा की गतिविधि वंदना सत्र में संपन्न होनी चाहिए जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा कक्षाचार्य के
मार्गदर्शन में तैयार की गई शैक्षिक व सहशैक्षिक गतिविधि जैसे-कविता, गीत, नाटिका, गणित अथवा
विज्ञान से संबंधित गतिविधियों आदि का
प्रस्तुतीकरण किया जाना चाहिए । गतिविधि में कक्षा के सभी छात्रों की प्रतिभागिता
रहनी चाहिए ।
उद्देश्य
·
शत प्रतिशत
बच्चों की प्रतिभागिता से सभी के मनोबल/ आत्मविश्वास में वृद्धि करना।
·
सामूहिक रूप से
कार्य करने के फलस्वरूप अनुशासन, एकता व सहयोग की भावना व धैर्य का विकास करना।
·
शुद्ध उच्चारण व
अभिनय सिखाना तथा मंचीय कार्यक्रमों में भाग लेने से संबंधित भय समाप्त करना।
·
शैक्षिक विषयों
को अपेक्षाकृत अधिक रोचक बनाकर अधिगम सुनिश्चित करना।
तैयारी
पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार सप्ताह में एक कक्षा
की प्रस्तुति एक बार होती है जिसमें पूर्ण सप्ताह कक्षाचार्य द्वारा उस गतिविधि की
तैयारी करवाई जाती है। जिसमें उच्चारण, क्रियाकलाप, अभिनय, शैक्षिक विषयों का अभ्यास आदि से संबंधित बारीकियों पर बच्चों का ध्यान दिलाया
जाता है।
विषय वस्तु
शैक्षिक व सह शैक्षिक विषयों से संबंधित गतिविधियों
से विषय विकास को बल मिलता है। वर्ष में 5-6 बार विषयवस्तु भी प्रधानाचार्या द्वारा निर्धारित की जानी चाहिए - जैसे पहाड़े, विद्या भारती गीत, पाठ्य पुस्तक से
कविताएं, सामाजिक जागरूकता संबंधी नाटक इत्यादि। इसके अतिरिक्त आचार्यों को स्वविवेक से
गतिविधि का चुनाव करने की स्वतंत्रता दी जानी चाहिए ।
गतिविधियों के उदाहरण
·
वाद्यों के साथ
पहाड़ो का गायन
·
अंग्रेजी व हिंदी
कविता गायन (पाठ्यपुस्तक से)
·
समूह गान
·
गणित संबंधी
गतिविधियाँ e.g geometrical
shapes (2D, 3D shapes), Vedic maths, definitions, geometrical concepts, basic
operations, tables, etc.
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सामाजिक ज्ञान
संबंधी गतिविधियाँ e.g definitions,
state and capitals, fundamentals rights and duties, parts of UNO,
Representation of states etc.
·
विज्ञान संबंधी
गतिविधियाँ e.g body parts
and their functions components of food, fiber to fabric, body movements, Living organism and
surroundings, Nutrition in plants and animals, weather, climate etc.
परिणाम
वंदना सभा में गतिविधियों को प्रस्तुत करने से छात्रों
के आत्म विश्वास में वृद्धि होती है , उच्चारण शुद्ध होता है , मनोबल में वृद्धि एवं सहयोग की भावना
का विकास होता है । जिन विषयों की प्रस्तुति वंदना सभा में की जाती है उन विषयों से सम्बंधित ज्ञानार्जन सुनिश्चित होता
है ।
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